हिन्दी, अंग्रेजी व कॉमर्स के व्याख्याता को शालादर्पण से कार्यमुक्त करते समय किस बात का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है? - EDUCATION RAJASTHAN

EDUCATION RAJASTHAN

शिक्षा विभाग संबंधी समस्याओ के समाधान के लिए एक प्लेटफ़ॉर्म जहा सभी तरह की सुचनाए आपको एक ही जगह पर आसानी से प्राप्त हो जाएँगी

हिन्दी, अंग्रेजी व कॉमर्स के व्याख्याता को शालादर्पण से कार्यमुक्त करते समय किस बात का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है?

 हिन्दी, अंग्रेजी व कॉमर्स के व्याख्याता को शालादर्पण से कार्यमुक्त करते समय किस बात का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है?


ANS: हिन्दी विषय के व्याख्याता की शालादर्पण में प्रपत्र-3A में प्रविष्टी Hindi (Compulsory) अथवा Hindi (Literature)अन्तर्गत होती है तथा अंग्रेजी विषय के व्याख्याता की प्रपत्र-3Aमें प्रविष्टी English (Compulsory) अथवा English (Literature) अन्तर्गत होती हैइसी प्रकार कॉमर्स विषय के व्याख्याता की प्रपत्र-3A में प्रविष्टी Commerce (Accountancy), Commerce (Business Studies), Economics (Commerce Stream), Mathematics (Commerce Stream) अथवा Commerce (Type Hindi & English) के अन्तर्गत होती हैउपरोक्त विषयों के किसी व्याख्याता को कार्यमुक्त करते समय ‘कार्मिक कार्यमुक्ति’ के विषय मेंकार्मिक का जिस विद्यालय में स्थानांतरण हुआ हैके सम्बंधित रिक्त विषय पद का चयन करेंउदाहरण के लिए यदि व्याख्याता की विद्यालय-में एन्ट्री Commerce (Accountancy) में है तथा विद्यालय-में स्थानांतरण हो गया हैजिसमे केवल Economics (Commerce Stream) का पद रिक्त हैइस स्तिथि में कार्मिक को Economics (Commerce Stream) विषय का चयन करते हुये कार्यमुक्त करें अन्यथा शालादर्पण से कार्यग्रहण संभव नहीं होगा I इसी प्रकार हिन्दी व अंग्रेजी विषय के लिए भी कार्मिक के स्थानांतरण वाले विद्यालय के रिक्त विषय (compulsory या literature)का चयन करें
द्वारा: शालादर्पण अनुभागमाध्यमिक शिक्षा निदेशालय,राजस्थानबीकानेरI